पित्ती ( Julputti ) या जुड़ीपित्ती अब दोबारा कभी नहीं होगी!

पित्ती ( Julputi ) या जुड़ीपित्ती अब जड़ से खत्म! 

 पित्ती क्या है? 

जब त्वचा पर बहुत सारे लाल दाने हो जाते हैं या रेडनेस हो जाती है उसको हम पित्ती कहते हैं. पित्ती बीमारी को और भी कई नामों से जाना जाता है जैसे कि julputti, judipitti ,Urticaria बोलते हैं.

पित्ती ( Julputti ) का इलाज या जुड़ीपित्ती, शीतपित्त का आयुर्वेदिक इलाज,शीत वात के लक्षण


 पित्ती होने के कारण -

  • पित्ती किसी एलर्जी के कारण हो सकती है या फिर कोई एलर्जी रिएक्शन  के कारण हो सकती है. जिससे हमारे शरीर में लाली पन खुजली  और लालिमा जैसे लक्षण शरीर में दिखने लगते हैं यह सब हिस्टामिन प्रोटीन के नाम से होता है.
  • गर्मियों में एकदम ठंडा पानी पी लेना
  •  मूंगफली जा अंडे का ज्यादा प्रयोग करना
  •  ज्यादा देर धूप में खड़े रहना
  • खून की बोतल आपके शरीर को चढ़ा ही गई हो
  •  किसे कीड़े मकोड़े ने काट लिया हो
  •  किसी जानवरों की चमड़ी से एलर्जी होना

शरीर में पित्ती होने पर कुछ आयुर्वेदिक घरेलू उपाय -


  1.  शहद और अदरक - एक चम्मच शहद का ले और एक चम्मच अदरक का रस लें दोनों को मिलाकर दिन में दो बार ले और 5 मिनट बाद थोड़ा सा दो घूंट पानी पी लीजिए ऐसा करने से आपकी पित्ती बिलकुल दूर हो जाएगी.
  2. त्रिफला चूर्ण - इस चूर्ण का एक चम्मच आपने शहद में मिलाकर सुबह-शाम दूध के साथ इस्तेमाल करना है ऐसा करने से पित्ती दूर हो जाएगी.
  3. नीम के पत्तों का प्रयोग- सुबह उठकर दो पत्ते नीम के चब्बा लीजिए और इसे अच्छी तरह चबाकर फिर बाहर कुल्ला कर देना है.
  4. गुड और अजवाइन का मिश्रण - इस प्रयोग का आपने सर्दी में इस्तेमाल करना है सबसे पहले 50 ग्राम अजवाइन को अच्छी तरह से पीस लीजिए फिर आपने थोड़ी  अजवाइन लेकर गुड़ की या 10 गोलियां बना लें और रोजाना सुबह-शाम एक-एक गोली ले. Julputti बिल्कुल दूर हो जाएगी
  5. अगर खुजली दार दाने हो तो आपने एक गिलास पानी में एक चम्मच बेकिंग सोडा डालकर बाद में इसका स्पंज जा कपड़े के साथ खुजली दार दानों पर लगाएं ऐसा करने से आपकी पित्ती भी दूर हो जाएगी.
  6. हल्दी और पानी - एक गिलास पानी लेकर उसमें एक चम्मच हल्दी डालें और अच्छी तरह से मिक्स कर लीजिए फिर उसको पीजिए और ऐसा आपने दिन में दो बार करना है अगर आप चाहें तो इसका लेप बनाकर जहां-जहां पित्ती हो वहां वहां 10 मिनट लगाकर छोड़ दें.
  7. पानी और फिटकरी मिलाकर 2 दिन लगातार स्नान करें
  8. आधा चम्मच गिलोय के चूर्ण में चंदन का बुरादा मिलाकर थोड़ा सा उसमें शहद मिलाकर सुबह-शाम खाने से पित्ती का रोग खत्म होता है
  9. अगर पित्ती गर्मी से निकलती है तो शरीर में चंदन का लेप कीजिए या चंदन का तेल लगाएं.
  10. नारियल तेल में कपूर की एक टिक्की मिलाएं और पूरे शरीर में उसकी मालिश करें.
  11. पुदीने के पत्तों को सुखाकर उसका चूर्ण बना लीजिए और उसका एक चमचा सुबह और एक चम्मच शाम को खोजिए ऐसा करने से पिती खत्म हो जाएगी.


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