एसिडिटी और पेट में जलन का यह आयुर्वेदिक मेडिसन

एसिडिटी क्या है? (What is acidity) 

एसिडिटी या पेट में जलन एक आम समस्या मानी जाती है लेकिन यह कभी गंभीर रूप भी ले सकती है जिससे हमारे शरीर में काफी दिक्कतें आने शुरू हो जाती है. ज्यादातर जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या होती है उन लोगों में छाती में दर्द रहता है या छाती में जलन रहती है. और ज्यादातर यह छाती के नीचे जलन रहती है.

पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड नाम का अमल होता है. और यह हमारे भोजन को टुकड़ों को तोड़ता है और उसे अंदर पचाने में मदद करता है यही नहीं यह अमल बैक्टीरिया जैसे रोग जन को में बचाता है. जिन लोगों को बार बार एसिडिटी होने की समस्या रहती है उस समस्या को एसिड भाटा रोग कहा जाता है.

एलसीडी-का-इलाज, पेट में जलन, सीने में दर्द, जी कच्चा होना


एसिडिटी के मुख्य लक्षण क्या है? 

  • सीने में जलन रहना और दर्द रहना
  •  जी कच्चा होना जा उल्टी आना
  • पेट फूलना
  • बार-बार सूखी खांसी आते रहना
  • रात को सोते समय बेचैनी महसूस होना
  • खट्टे गिटार आना
  • मुंह में बदबू आना
  • पेट में गैस बनना और गले में खराश होना
    

एसिडिटी को जड़ से खत्म करने के लिए घर में तैयार करें यह देसी दवाई.

जी हां आपको करना क्या है बस कुछ सामग्री की जरूरत है जो आप को बड़ी आसानी से पंसारी की दुकान से मिल जाएगी.

कौन सी सामग्री ले:-

1. सबसे पहले आपको सूखा आमला 300 ग्राम

2. 50 से 100 ग्राम अपने लेनी है मिश्री

3. पिपरामिंट ले लीजिए जाने की पुदीने के पत्ते 50 ग्राम सुखा कर रख ले

कैसे करें इस सामग्री को तैयार एसिडिटी की समस्या दूर करने के लिए:-

सबसे पहले आपने करना क्या है आपको तीन सौ ग्राम आमला ले लेना है और उसको अच्छी तरह से पीस लीजिए या मिक्सी में ग्राइंड कर लीजिए और उसका चूर्ण बन जाएगा.  इसी तरह आपने मिश्री को पीस लेना है और इसी तरह ही अपने सूखे पुदीने के पत्तों को अच्छी तरह से चूर्ण बनाकर तीनों को अच्छी तरह से मिक्स कर लीजिए और यह आपके लिए आयुर्वेदिक दवाई तैयार हो जाएगी.

इस आयुर्वेदिक दवाई को कैसे लेना है-

आपने इस दवाई को रोजाना सुबह एक चम्मच खाना खाने के बाद लेना है और इसे नॉर्मल पानी के साथ ही लेना है. फिर आपने रात को सोते समय खाना खाने के बाद 5 मिनट के बाद आपने एक चम्मच इसका सेवन करना है ऐसा आपने लगातार 1 मंथ प्रयोग करना है और आप देखना आपकी एसिडिटी की और पेट में जलन की समस्या हमेशा के लिए दूर हो जाएगी.

कुछ ध्यान देने वाली चीजें इस दवाई का प्रयोग करते समय:-

अगर आपने एसिडिटी का इलाज करना है तो लाजमी है आपको कुछ चीजों का ध्यान रखना पड़ेगा जब तक आप जय दवाई ले रहे हो.

आपने रोजाना 10 से 12 गिलास पानी पीना है. और फास्ट फूड का प्रयोग बिल्कुल करना बंद कर दीजिए.

कुछ दिनों के लिए आप खट्टी लस्सी मत पीना.

हमेशा रात को ठंडा दूध का प्रयोग करना है और दही ज्यादा से ज्यादा खाना है.

दाल सब्जी में लाल मिर्च का प्रयोग बिल्कुल कम कर दीजिए.

अमिता मुझे कि आप इस मेडिसन का घर पर बना कर और उसे इस्तेमाल कर अगर कुछ फर्क पड़े तो प्लीज कमेंट में जरूर बताना धन्यवाद.




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